क्रैश डाइट के इस नुकसान को जरूर जान लें
सेहतराग टीम
आम तौर पर कम कैलोरी वाले भोजन को शरीर के लिए स्वास्थ्यकर माना जाता है क्योंकि इससे शरीर के विभिन्न हिस्सों की चर्बी घटाने में मदद मिलती है। यदि किसी का वजन बढ़ा हुआ हो तो डॉक्टर उसे कुछ हफ्तों के लिए क्रैश डाइट यानी बेहद कम कैलोरी वाला भोजन लेने के लिए कहते हैं। ऐसे भोजन में आमतौर पर कार्बोहाइड्रेड की मात्रा शून्य होती है जबकि प्रोटीन अधिक होता है। इससे शरीर का वजन तेजी से कम होता है।
नई स्टडी
लेकिन अब एक नई स्टडी से पता चला है कि इस तरह के भोजन से फायदे के साथ-साथ कुछ गंभीर नुकसान भी हो सकता है। इस भोजन से आपके हार्ट यानी हृदय को नुकसान पहुंच सकता है।
कहां हुई स्टडी
लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिडी के शोधकर्ताओं ने कुछ लोगों पर किए गए अध्ययन में यह पाया कि लगातार 8 सप्ताह तक छह सौ से आठ सौ कैलोरी भोजन करने से इन लोगों में मोटापा करीब 6 फीसदी कम हो गया जबकि आंत और लिवर की चर्बी में 11 और 42 फीसदी की कमी आ गई।
हृदय को कैसा खतरा
52 वर्ष औसत आयु वाले 21 लोगों पर किए गए इस अध्ययन का चौंकाने वाला नतीजा ये रहा कि इस अवधि में हृदय में जमा चर्बी में 44 फीसदी की वृद्धि हो गई। इसके कारण हृदय की रक्त संचरण की क्षमता कम होने का खतरा पैदा हो गया। यानी क्रैश डाइट का परिणाम हृदय पर अच्छा नहीं रहा।
ऐसे में इन शोधकर्ताओं का कहना है कि क्रैश डाइट हृदय रोगियों के लिए सही नहीं पाया गया है। ऐसे में यदि किसी को हृदय रोग हो तो उसे बिना डॉक्टरी सलाह के अपने खान-पान में बदलाव नहीं करना चाहिए।
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